राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के कर्मचारियों ने कार्यस्थल पर हो रही अनियमितताओं, महिला कर्मियों के साथ अमर्यादित व्यवहार और ब्लॉक अकाउंट मैनेजर स्व. अतुल कुमार गुप्ता की संदिग्ध मृत्यु की निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर ज़ोरदार प्रदर्शन किया।संयुक्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन कर्मचारी संघ, वाराणसी इकाई के बैनर तले सैकड़ों कर्मचारियों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) कार्यालय परिसर में शांतिपूर्ण धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।धरने का नेतृत्व राकेश पांडे और डॉ. कुंवर अमित सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि NHM वाराणसी में कर्मचारियों के साथ अनुचित व्यवहार, अत्यधिक कार्यदबाव और मानसिक प्रताड़ना के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। पिंडरा ब्लॉक में कार्यरत स्व. अतुल कुमार गुप्ता की मृत्यु ने इन समस्याओं की गंभीरता को उजागर कर दिया।कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि महिला कर्मियों को देर रात तक मीटिंग में रोका जाता है, कार्यस्थल पर अनुचित तरीके से कैमरे लगाए गए, मेडिकल अवकाश देने से इनकार किया जाता है और वरिष्ठ अधिकारी अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हैं।
इन शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।संघ ने कहा कि जब तक कर्मचारियों की सुरक्षा, सम्मान और न्याय की गारंटी नहीं दी जाएगी, मिशन के लक्ष्यों को पूरा करना संभव नहीं। पिंडरा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को तत्काल हटाया जाए। सभी मीटिंग केवल निर्धारित कार्यालय समय में हों, छुट्टी के दिन ऑनलाइन या ऑफलाइन बैठकें बंद की जाएं।स्व. अतुल कुमार गुप्ता की मृत्यु की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। महिला कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए ठोस दिशा-निर्देश जारी किए जाएं। अधिकारियों को मर्यादित भाषा के प्रयोग के लिए बाध्य किया जाए।संघ ने जिलाधिकारी, पुलिस आयुक्त, प्रदेश अध्यक्ष (संयुक्त NHM कर्मचारी संघ, उ.प्र.) और भारतीय मजदूर संघ को ज्ञापन सौंपते हुए धरना स्थल पर सुरक्षा और कानून-व्यवस्था की उचित व्यवस्था की मांग की।

