वाराणसी में आयोजित जैविक और प्राकृतिक खेती पर आधारित त्रिदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का दूसरा दिन किसानों के लिए अत्यंत लाभकारी रहा। भारत सरकार के अधीनस्थ क्षेत्रीय जैविक एवं प्राकृतिक कृषि केंद्र, गाज़ियाबाद द्वारा कृषक उत्पादक संगठन एवं औद्योगिक विपणन सहकारी समिति लिमिटेड, टीकरी के तत्वावधान में यह प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। कृषि विभाग वाराणसी के सहयोग से चयनित कृषि सखी एवं उन्नत किसानों को जैविक खेती की उन्नत तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।दूसरे दिन के सत्र में विशेषज्ञों ने किसानों को पंचगव्य, जीवामृत, घन जीवामृत, विजामृत, नीमाज, ब्रह्मास्त्र, दशपर्णी और विभिन्न बायोपेस्टीसाइड तैयार करने की विधि विस्तार से समझाई।
इनके उपयोग से खेती की गुणवत्ता बढ़ाने और लागत कम करने के व्यावहारिक पहलुओं पर भी चर्चा की गई। प्रशिक्षण के तहत प्रतिभागियों के लिए प्राकृतिक खेती योजना बीआरसी, चोलापुर में शैक्षिक भ्रमण का कार्यक्रम भी निर्धारित किया गया है, जिससे किसान प्राकृतिक खेती के मॉडल को प्रत्यक्ष रूप से समझ सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. शाहीना तबस्सुम ने की, जबकि मंच संचालन अनिल कुमार सिंह द्वारा किया गया।किसानों ने इस प्रशिक्षण को अत्यंत उपयोगी बताते हुए कहा कि इससे उन्हें जैविक और प्राकृतिक खेती के आधुनिक एवं टिकाऊ तरीकों को अपनाने में मदद मिलेगी।
Tags
Trending

