समीर सिंह पुत्र बनारसी सिंह की गोली लगने से मौत हो गई। घटना के बाद से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। समीर अपने पिता का इकलौता पुत्र था और परिवार की सारी उम्मीदें उसी से जुड़ी थीं।मृतक के पिता बनारसी सिंह किसानी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। बेटे की मौत की खबर मिलते ही वह पूरी तरह टूट गए।
रो-रोकर उनकी हालत इतनी खराब हो गई कि वे अपने कलेजे के टुकड़े का शव लेने तक की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। परिवारजनों और रिश्तेदारों का कहना है कि समीर पढ़ाई में भी अच्छा था और घर का लाड़ला था।इस दर्दनाक हादसे से पूरे परिवार में गहरा मातम पसरा हुआ है।
गांव में भी शोक की लहर है और लोग पीड़ित परिवार को सांत्वना देने पहुंच रहे हैं। घटना के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं, वहीं पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।फिलहाल समीर की असमय मौत ने एक किसान परिवार की खुशियां छीन ली हैं और माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।

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