माँ गंगा निषादराज सेवा समिति उत्तर प्रदेश, वाराणसी के तत्वावधान में शनिवार को नमो राजघाट पर यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर एक विशाल बैठक एवं जनसभा का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दुर्गा मांझी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ।बैठक को संबोधित करते हुए अध्यक्ष दुर्गा मांझी ने कहा कि आने वाले समय में श्रीकृष्ण नववर्ष एवं प्रयागराज माघ मेला 2026 के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ प्रयागराज से स्नान कर काशी लौटेगी। ऐसे में यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। उन्होंने कहा कि नाविक समाज अपनी पुरानी परंपरा और धर्म को निभाते हुए गंगा में यात्रियों की सुरक्षा के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करेगा।
इस अवसर पर माँ गंगा निषादराज सेवा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद कुमार निषाद ‘गुरु’ ने काशी के 84 घाटों के सभी नाविकों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी नावों पर लाइफ जैकेट, ट्यूब और रस्सी अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगी। नावों में ओवरलोडिंग नहीं की जाएगी और कोई भी नाविक मदिरा सेवन कर नाव नहीं चलाएगा।राष्ट्रीय अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यदि कोई नाविक नियमों का उल्लंघन करता पाया गया, यात्रियों से मनमाना किराया वसूलता है या सुरक्षा मानकों की अनदेखी करता है, तो उसके खिलाफ समिति द्वारा कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि गंगा में यदि कोई यात्री डूबता है तो उसे बचाना प्रत्येक नाविक का नैतिक और धार्मिक कर्तव्य होगा, जिसके लिए जरूरत पड़ने पर अपनी जान की परवाह किए बिना सहायता की जाएगी।
बैठक के अंत में विनोद कुमार निषाद ‘गुरु’ ने थाना जल पुलिस एवं एनडीआरएफ के जवानों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ये जवान भी अपनी जान जोखिम में डालकर डूबते यात्रियों को बचाने का सराहनीय कार्य करते हैं, जिसके लिए नाविक समाज उनका सदैव ऋणी रहेगा।बैठक में साहनी समाज के अनेक नाविक और पदाधिकारी उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से पप्पू साहनी, धीरज साहनी, सामर साहनी, नीरज साहनी, दिनेश साहनी, मुकेश साहनी, संतोष साहनी, आनंद साहनी, रोहित साहनी, प्रदीप साहनी, राजकुमार साहनी, अनिल साहनी, विशाल साहनी सहित बड़ी संख्या में नाविक समाज के लोग शामिल रहे।

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