भक्ति के त्रिवेणी संगम के तहत सात्विक–राजसी–तामसी श्रृंगार में सुसज्जित हुए बाबा बटुक भैरवनाथ

श्री बटुक भैरव मंदिर, कमच्छा में बाबा श्री बटुक भैरवनाथ जी का वार्षिक त्रिगुणात्मक श्रृंगार (सात्विक, राजसी एवं तामसी) श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में भव्य रूप से संपन्न हुआ। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी 21 एवं 22 दिसंबर को आयोजित इस विशेष श्रृंगार में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया।मंदिर के महंत जितेंद्र मोहन पुरी (विजय गुरु) के अनुसार 21 दिसंबर को प्रातः 4 बजे पंचामृत स्नान के पश्चात श्वेत पुष्पों से बाबा का सात्विक श्रृंगार किया गया और विधिवत सात्विक पूजन व मंगला आरती संपन्न हुई। सायं 4 बजे सुगंधित पुष्पों, आभूषणों एवं भव्य साज-सज्जा के साथ राजसी श्रृंगार किया गया तथा बाबा को छप्पन भोग अर्पित किया गया। इसके उपरांत रूद्र बटुक महायज्ञ आयोजित हुआ।

रात्रि 8 से 9 बजे के बीच बाबा की भव्य महाआरती हुई, जबकि रात्रि 10 बजे तामसी श्रृंगार एवं तामसी पूजन के साथ अष्टमकार द्वारा चक्रासन पूजन संपन्न कराया गया। 22 दिसंबर, सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे बटुक पूजन का आयोजन हुआ।इस अवसर पर पूरे मंदिर प्रांगण को अलौकिक ढंग से सजाया गया था। सभी देव विग्रहों का भी विशेष श्रृंगार किया गया। बाबा को 56 प्रकार के व्यंजनों का भोग अर्पित किया गया। दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी और भक्तों ने कतारबद्ध होकर बाबा के त्रिगुणात्मक स्वरूपों के दर्शन किए।

श्रृंगार एवं आयोजन के दौरान मंदिर के व्यवस्थापक, महंत परिवार एवं मंदिर से जुड़े पदाधिकारी उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में भक्तिमय वातावरण बना रहा और श्रद्धालुओं ने इसे अद्भुत एवं अलौकिक अनुभव बताया।




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