उत्तर प्रदेश में शीतलहर और घने कोहरे का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और सर्द उत्तरी-पछुआ हवाओं के चलते प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीते 24 घंटों में यूपी के कई जिले शिमला-मनाली, नैनीताल और जम्मू से भी ज्यादा ठंडे दर्ज किए गए।मेरठ प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा, जहां न्यूनतम तापमान 5.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद 6.4 डिग्री के साथ इटावा दूसरे और 6.8 डिग्री के साथ बाराबंकी तीसरे स्थान पर रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट के आसार हैं।कोहरे का असर इतना गंभीर रहा कि सुबह 11 बजे तक कानपुर, वाराणसी, अयोध्या, बरेली समेत 27 जिलों में घना कोहरा छाया रहा। कई इलाकों में विजिबिलिटी शून्य तक दर्ज की गई। लखनऊ में सुबह शीतलहर रिमझिम बारिश की तरह महसूस हुई, जिससे लोगों को तेज गलन का सामना करना पड़ा।
सड़कों पर हालात ऐसे थे कि कुछ मीटर आगे देख पाना भी मुश्किल हो गया।कोहरे के चलते सड़क हादसों की संख्या भी बढ़ गई है। वाराणसी–आजमगढ़ हाईवे पर घने कोहरे की वजह से हुए हादसे में जीजा-साले की मौत हो गई। तेज रफ्तार लोडर ने बाइक सवार दोनों को कुचल दिया, जिससे शवों के टुकड़े सड़क पर बिखर गए। वहीं फर्रुखाबाद में कम विजिबिलिटी के कारण ट्रक और पिकअप की टक्कर हो गई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया।मौसम की मार का असर यातायात व्यवस्था पर भी साफ दिख रहा है। प्रयागराज, देवरिया समेत कई रेलवे स्टेशनों पर 50 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही हैं। गोरखपुर, वाराणसी सहित कई एयरपोर्ट्स पर 10 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द कर दी गई हैं, जबकि कई उड़ानें देरी से संचालित हो रही हैं।लखनऊ स्थित मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में हो रही बर्फबारी का सीधा असर उत्तर प्रदेश के मौसम पर पड़ रहा है। गलन भरी उत्तरी-पछुआ हवाओं के कारण तापमान में और गिरावट दर्ज की जाएगी।

.jpeg)
