काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) में CUET UG 2025 के तहत प्रवेश काउंसलिंग में हो रही अनावश्यक देरी को लेकर छात्रों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। देशभर के अधिकांश केंद्रीय विश्वविद्यालयों ने जहां समयबद्ध तरीके से काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू कर दी है, वहीं BHU की ओर से अब तक कोई आधिकारिक तिथि घोषित नहीं की गई है। इससे हजारों अभ्यर्थी असमंजस और मानसिक दबाव में हैं।छात्रों का कहना है कि हर वर्ष की तरह इस बार भी BHU द्वारा काउंसलिंग प्रक्रिया में लापरवाही बरती जा रही है, जिससे न केवल प्रवेश में बाधा उत्पन्न हो रही है, बल्कि शैक्षणिक सत्र में देरी भी तय मानी जा रही है। इससे छात्रों की आगे की पढ़ाई और करियर योजना भी प्रभावित हो रही है।प्रवेश के इच्छुक छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से शीघ्र काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है।
छात्रों ने कहा कि यदि प्रशासन ने जल्द संज्ञान नहीं लिया, तो वे लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह विरोध शिक्षा के अधिकार और समय की बर्बादी के खिलाफ है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।छात्रों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन की ओर से ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में होने वाले किसी भी छात्र आंदोलन की जिम्मेदारी BHU और उत्तर प्रदेश प्रशासन की होगी।छात्रों ने विश्वास जताया कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों के हितों को समझते हुए शीघ्र काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू करेगा। वे चाहते हैं कि शैक्षणिक गतिविधियाँ समय से शुरू हों, ताकि छात्र बिना तनाव के आगामी सत्र की तैयारी कर सकें।